लक्षचण्डी महायज्ञ में मंत्रोचार से अग्नि स्थापना
यज्ञ में विद्वान पण्डितों ने दुर्गा जी, चौसठ योगिनी, भैरव का आह्वान कर यज्ञमण्डप में उनकी स्थापना की। अपराह्न ३.३० बजे सर्वप्रथम नवग्रहों की आहुति देकर विद्यिवत महायज्ञ शुरू हो गया।
बीकानेर २१ फरवरी। श्री रामसर रोड स्थित धरणीधर महादेव मंदिर के खेल मैदान में महामण्डलेश्वर स्वामी प्रखर जी महाराज के सानिध्य में आयोजित श्री लक्ष चण्डी महायज्ञ में बुधवार को अरणि मंथन द्वारा अग्नि स्थापना की गई। महायज्ञ के शुरू होने के बाद यज्ञ की परिक्रमा के लिए श्रद्धालुओं में होड सी मच गई। महायज्ञ के साथ चल रहे विभिन्न धार्मिक आयोजनों से यज्ञ स्थल के साथ-साथ शहर का वातावरण धर्ममय हो गया है। महायज्ञ समिति के महामंत्री रामकिसन आचार्य ने बताया कि बुधवार सुबह काशी से पधारे ब्राह्मणों द्वारा अरणि मंथन से अग्नि स्थापना की गई। इन पंडितों ने अग्नि सुक्तपाठ का मंत्रोचार करते हुए शमी के पेड की लकडयों से मंथन कर अग्नि देवता को प्रकट किया गया। यज्ञ के आचार्य पं लक्ष्मीकांत दीक्षित ने बताया कि महायज्ञ में नवग्रह स्थापना की गई। इसके तहत नवग्रहों का आह्वान कर पूजन किया गया। यज्ञ में विद्वान पण्डितों ने दुर्गा जी, चौसठ योगिनी, भैरव का आह्वान कर यज्ञमण्डप में उनकी स्थापना की। अपराह्न ३.३० बजे सर्वप्रथम नवग्रहों की आहुति देकर विद्यिवत महायज्ञ शुरू हो गया। महायज्ञ स्थल पर १५०० पण्डित दुर्गा सप्तशती के पाठ कर रहे है। महायज्ञ के दर्शन करने के लिए बुधवार सुबह से ही श्रद्धालुओं का जमावडा यज्ञ स्थल पर रहा। हजारों की तादाद में श्रद्धालु दर्शन करने यज्ञ स्थल पर पहुंच रहे है। यज्ञ स्थल पर कुंभ मेले जैसा माहौल बन गया है। यज्ञ स्थल पर अस्थायी रूप से धार्मिक पुस्तको व कैसेट्स सहित अनेक उपयोगी वस्तुओं की दुकाने लग गयी है। देश के विभिन्न प्रान्तों से पधारे विद्वान ब्राह्यणों के लिए यज्ञ स्थल पर ही आवास की व्यवस्था की गई है। यज्ञ स्थल पर सफाई व सुरक्षा की व्यवस्था पूर्व पार्षद बजरंगपुरी के नेतृत्व में बाबा रामदेव युवा विकास मंच व रामदेव सेवा समिति के कार्यकर्ता संभाल रहे है। यज्ञ के दर्शनार्थ बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यज्ञ स्थल के आस-पास के भवनों व घरो में व्यवस्था की गई है। क्षेत्र के लोग अतिथि देवों भव की भावना के साथ अतिथियों का सत्कार कर रहे है। यज्ञ स्थल पर विशाल भण्डार, यज्ञशाला व सामग्री की व्यवस्था में सहयोग आशापुरा सेवा समिति एवं उनकी सहयोगी संस्थाएं कर रही है। वहीं ब्राह्यण भोजन व्यवस्था का दायित्व आचार्य बेणीदास परिवार निभा रहा है। महायज्ञ स्थल पर दशनाम गोस्वामी युवा संगठन श्रद्धालुओं के जूतो चप्पलों की रखवाली की व्यवस्था कर रहा है। यज्ञ स्थल पर कोठारी मेडिकल एण्ड रिसर्च सेन्टर की ओर से चिकित्सा की व्यवस्था भी की गई है। महायज्ञ समिति के अध्यक्ष सुभाष मितल ने बताया कि गुरूवार से प्रतिदिन दोपहर २ बजे से सांय ६ बजे तक रामकथा मानस मर्मज्ञ पण्डित श्री अतुल कृष्ण भारद्वाज करेगें। यहां उल्लेखनीय है कि यज्ञ स्थल पर प्रतिदिन रात को वृन्दावन की प्रसिद्ध लीला मण्डली द्वारा कृष्ण लीला का आयोजन हो रहा है। यज्ञ स्थल पर प्रतिदिन सुबह ७ से १० बजे तक नवयुवक मानस प्रचार समिति द्वारा रामचरित मानस पाठ पारायण क्रम से हो रहा है। मानस पाठ में सैकडों मानस पाठी श्रद्धा से भाग ले रहे है।