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मीणा के खिलाफ एक ओर इस्तगासा दायर
परषुराम सेना ने किया प्रदर्षन
जयपुर। राजस्थान ब्राह्मण एकता मंच के प्रदेषाध्यक्ष एवं महर्षि परषुराम सेना के सलाहकार प़त्रकार उमेन्द्र दाधीच ने बुधवार को न्यायालय महानगर मजिस्ट्रेट क्रम 32 में जातिय विद्वेष फैलाने आरोप में धारा 153 क के तहत परिवाद दायर किया हैं। इसमें उन्होने प्रदेष के जनजातिय विकास मंत्री नन्दलाल मीणा पर आरोप लगाया हैं कि उन्होने ब्राह्मण व वैष्य समाज के खिलाफ अनुचित टिप्पणी कर प्रदेष मंे मीणा व स्वर्ण जातियों के बीच जातिय विद्वेष फैलाकर सामाजिक सोहाद्र बिगाडने का काम किया हैं जिससे प्रदेष में जातिय तनाव की स्थिति पैदा हो रही हैं और जातिय संघर्ष के साथ शांति व्यवस्था को खतरा पैदा हो गया हैं। केबिनेट मंत्री मीणा अनर्गल बयान से आम जनता का राज्य सरकार के प्रति विष्वास समाप्त हो गया हैं तथा ब्राह्मण व बनिया आजीविका दुष्प्रभाव पडने के साथ ही चल अचल सम्पति की सुरक्षा खतरे मंे पड गई हैं। प्रार्थी ने इस सन्दर्भ में पुलिस थाना सदर मंे रिपोर्ट दर्ज करवाने के लिये गया तो पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज न कर न्यायालय मंे परिवाद प्रस्तुत करने का आवष्यकता बताई। इस इस्तगासे पर गुरूवार को सुनवाई होनी संभव हैं।
भाजपा मुख्यालय पर प्रदर्षन
जनजातिय मंत्री मीणा के बयान के विरोध मंे बुधवार को महर्षि परषुराम सेना के कार्यकर्ताओे नंे भाजपा के प्रदेष मुख्यालय पर प्रदर्षन कर मंत्री को 24 घंटे मंे हटाने की मांग की हैं इस अवसर पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सेना के प्रदेष कोषाध्यक्ष डॉ. सुरेन्द्र शर्मा ने कहा हैं कि नन्दलाल मीणा अपना मानसिंक संतुलन खो बैठे हैं एवं जातिय विद्वेष फैलाने की कोषिष कर रहे ऐसी स्थिति में उन्होने ने मंत्री पद पर बने रहने का अधिकार खो दिया हैं। इस अवसर पर सेना के जिलाध्यक्ष पवन बोहरा, वैष्य संघर्ष समिति के राजू अग्रवाल, प्रविण शुक्ला व प्रदेष के कार्यवाहक अध्यक्ष शषिकांत शर्मा सहित सैकडों कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्षन किया।