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विद्यार्थियों ने समझी उपकरणों की महता
महाविद्यालय में विश्व स्तरीय शोध करने के लिये उपयुक्त संसाधन मिले
बीकानेर । डूंगर महाविद्यालय के प्राणीशास्त्र विभाग में उपकरण एवं तकनीक विषयक दो दिवसीय कार्यशाला का आगाज हुआ। कार्यशाला की समन्वयक डॉ. मीरा श्रीवास्तव ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ. एम.एम. सक्सेना थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. कृष्णा राठौड़ तोमर ने की। ुख्य अतिथि डॉ. एम. एम. सक्ेसना ने इस प्रकार की कार्यशाला को संकाय सदस्यों एवं विद्यार्थियों के लिये उपयोगी बताया। प्राचार्य डॉ. कृष्णा राठौड़ तोमर ने बताया कि इससे महाविद्यालय में विश्व स्तरीय शोध करने के लिये उपयुक्त संसाधन मिले हैं इस हेतु प्राचार्य ने डी बी टी, नई दिल्ली का आभार व्यक्त किया। संचालन करते हुए डॉ. राजेन्द्र पुरोहित ने विभिन्न कक्षाओं के विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों से आह्वान किया कि इस कार्यशाला का अधिकाधिक उपयोग अपने शोध एवं अन्य कार्य के लिये किया जावे। डॉ. पुरोहित ने बताया कि इस कार्यशाला में बी ओ डी इन्क्यूबेटर, क्रायोस्टेट, फोटोमाइक्राग्राफी माइक्रास्कोप, ब्लड सेल काउन्टर, वाटर एनालाइजर, स्पेक्ट्रोफोटोमीटर सहित अन्य विश्व स्तरीय उपकरणों को संकाय सदस्यों द्वारा उपयोगिता बताई गई। प्रारम्भ में डॉ. मीरा श्रीवास्तव ने बताया कि स्टार कॉलेज स्कीम के तहत ही महाविद्यालय के प्राणीशास्त्र एवं वनस्पति शास्त्र विभाग को लगभग 20 लाख रूपये की राशि स्वीकृत की गयी थी जिसके तहत ही विभिन्न उपकरणों एवं रसायनों की खरीद की गयी है । उपाचार्य डॉ. आशा गोस्वामी ने भी वनस्पति विभाग से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी। कार्यक्र्रम के अन्त में डॉ. बी.बी.एस. कपूर ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
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