घोषणा पत्र में शिक्षा विश्वविद्यालय की स्थापना का स्वागत
शिक्षक प्रशिक्षण विश्वविद्यालय की स्थापना को शामिल
हाल ही में विभिन्न राजनीतिक दलो द्वारा अपने-अपने घोषणा पत्रों में शिक्षक प्रशिक्षण विश्वविद्यालय की स्थापना को शामिल करने से शिक्षा जगत से जुड़े विभिन्न संगठनों के शिक्षाविदें ने प्रसन्नता व्यक्त की है। डॉ. राजेन्द्र श्रीमाली ने बताया कि इस विषय में समाचार पत्रों की मेहनत रंग लाई है। इस हेतु डॉ. श्रीमाली ने मीडिया को धन्यवाद देते हुए कहा कि प्रदेश में स्थापित 776 बी.एड. कॉलेज में प्रवेश परीक्षा के बाद अध्ययनरत 90,390 प्रशिक्षणार्थी बी.एड. कोर्स करने के लिए अलग-अलग विश्वविद्यालय से परीक्षा देनी होती है इससे सम्बन्धित विद्यार्थियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है क्योंकि सभी विश्वविद्यालयों में न केवल मूल्याकंन का तरीका असमान है वरन् परीक्षा का समय भी अलग-अलग होता है और इसके परिणामस्वरूप रिजल्ट में विलम्ब होता है जिससे समय-समय पर होने वाली शिक्षक पात्रता परीक्षा एवं शिक्षक भर्ती परीक्षा से प्रशिक्षणार्थी वंचित रह जाते है अत: प्रदेश में शिक्षा विश्वविद्यालय की स्थापना की महती आवश्यकता है।विभिन्न संगठनों से जुड़े डॉ. राकेश कुमार बुडानिया, डॉ. नरेन्द्र शेखावत, डॉ. संजय शर्मा, डॉ. मनोज कड़वासरा, डॉ. सुनील वर्मा, डॉ. अशोक कुमार गोदारा, डॉ. विजय जोशी आदि अनेक गणमान्य लोगों ने प्रसन्नता व्यक्त की।