नन्दनवन गौशाला में श्रीमद् भागवत कथा 8 से
लगाए जा रहे हैं 27 नक्षत्र व 9 ग्रहों के पौधे

बीकानेर। संभाग मुख्यालय की श्रीकोलायत तहसील, नेशनल हाईवे 15, गडिय़ाला फांटा स्थित नन्दनवन गौशाला की चतुर्थ वर्षगांठ पर श्रीमद् भागवत कथा-ज्ञान यज्ञ का आयोजन हो रहा है।
संतश्री सुखदेवजी महाराज के श्रीमुख से गौशाला प्रांगण में सैकड़ों गौमाताओं की उपस्थिति में आगामी 8 से 14 जनवरी तक एक आध्यात्मिक ज्ञान गंगा प्रवाहित होगी। यह जानकारी आयोजन से जुड़े विवेक सारस्वत 'ग्लैमर' ने दी।
शुक्रवार से प्रारम्भ होने वाली कथा दोपहर 12 बजे से सांय 4 बजे तक होगी। प्रथम दिन शिवबाड़ी मठ के महंत सोमगिरीजी महाराज व गौसेवी पदमाराम कुलरिया (सीलवा, नोखा) बतौर अतिथि शिरकत करेंगे। नन्दनवन गौशाला की चतुर्थ वर्षगांठ के मौके श्रीमद् भागवत कथा हो रही है।
आयोजन से जुड़े विवेक सारस्वत ने बताया कि बीकानेर सहित विभिन्न स्थानों से गौशाला तक कथा श्रवण लाभ हेतू नि:शुल्क बसों की व्यवस्था की गई है। साथ ही आयोजन स्थल पर आवास व भोजन व्यवस्था भी नि:शुल्क रहेगी। संभाग के श्रीगंगानगर, पदमपुर व बींझवायला से भी अनेक गौभक्त आयोजन में शिरकत करेंगे।
नन्दनवन गौशाला के संस्थापक अध्यक्ष श्रीमद् भागवत कथावाचक-संत सुखदेवजी महाराज बीते 20 वर्षों से गौसेवा से जुड़े हैं। 8 गायों से श्रीकोलायत तहसील के गडिय़ाला फांटा स्थित सवा सात बीघा भूमि पर स्थित नन्दनवन गौशाला शुरु की जहां आज 4 वर्षों में 750 गायें हैं। भारतभर में चुनिंदा गौशालाओं में से एक है जो बीकानेर जिले की लगभग 300 गौशालाओं में से सर्वश्रेष्ठ गौशाला के रुप में वर्ष 2015 के गणतंत्र दिवस को सम्मानित हो चुकी है। संतश्री के अनुसार गौ से सम्बन्धित सभी उत्पादों के निर्माण की प्रक्रिया यहां शुरु कर स्वायत्तता हेतू वे प्रयासरत है। वहीं गौमूत्र अर्क का काम इसी वर्ष से तथा गोबर केंचुआ खाद का कार्य सुचारु हो चुका है। बकौल सुखदेवजी गौशाला की विशेषता है कि हाईवे पर प्रात: 5 से रात्रि एक बजे तक नि:शुल्क चाय राहगीरों हेतू बीते 4 वर्षों से सुचारु है। संत सुखदेवजी के अनुसार राजस्थान का पहला नक्षत्र पार्क नन्दनवन गौशाला में बन रहा है। जिसके तहत 27 नक्षत्र व 9 ग्रहों के पौधे लगाए जा रहे हैं।
इसका उद्देश्य सांसारिक जीवन में ग्रह पीड़ा झेल रहे मनुष्यों को गौशाला के इस अद्भुत पार्क में बैठाकर निवारण होगा। ज्योतिष विद्या में पारंगत संतश्री के निर्देशन में बन रहे इस पार्क की अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनायी जाएगी।
4 वर्षीय लेखा-जोखा विवरण, उपलब्धियों की स्मारिका भी कथावाचन के दौरान लोकार्पित होगी।