झूमकर बरसे बदरा
जलमग्न हुए कई इलाके, सडकों पर बने छोटे सरोवर, घरों - अण्डरग्राउण्ड मे घुसा पानी, नुकसान भी हुआ बारिश से, जिला कलक्टर ने किया निरिक्षण
बीकानेर। शहर मे गुरूवार दोपहर को हुई जमकर बारिश से शहरवासियों के चेहरे खिल उठे। काली घटाओं के छाने व तेज हवाओं के साथ झूमकर जब बादलों ने बरसना शुरू किया तो हर शहरवासि का चेहरा खिल उठा। बारिश की झमाझम के बीच इन्द्र की गर्जनाओं के साथ लोगों ने नहाने का लुत्फ उठाते हुए खुशियां मनाई। एक बजे से लगातार तीन घण्टे तक लगातार तेज बारिश और फिर सात बजे रिमझिम फुहारों ने शहर के सभी क्षेत्रों की स्थिति वेनिस जैसे शहर जैसी कर दी जिससे हर ओर पानी ही पानी नजर आ रहा था। चारों तरफ पानी ही पानी ने जहां प्रशासन की व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी वहीं शहर के कई निचले इलाकों मे बसे घरों मे घुसे पानी ने भारी संकट भी खडा किया।
सावन के महीने मे बीकानेर का मौसम वैसे भी अपने आप विशेष महत्त्व रखता है और आज हुई बारिश होने की खुशी ने तो सभी को अपने आगोश मे लिये रखा। सरकारी, निजी कार्यालयों मे कर्मचारि वर्ग भी अपने काम छोड खुद को बारिश मे भीगोनों से नही चूके। घरों और बाजारों मे गर्मागम चाय, कॉफी के साथ नमकीन पकौडों के ऑर्डर भी दिये जा रहे थे।
सावण महीने की सर्वाधिक हुई आज की बारिश मे हुए बरसे पानी से दाऊजी मंदिर रोड, जोशीवाडा, कोटगेट केईएम रोड, स्टेशन रोड, सार्दुलसिंह सर्किल, जूनागढ रोड, बारह गुवाड आकाशनदी आदी क्षेत्रों मे पानी का तेज बहाव रहा। इन क्षेत्रों मे ढाई तीन फीट तक पानी भरा नजर आया जिससे कारण दुपहिया वाहन खिलौनों की तरह बहते नजर आए। वही कचहरी परिसर, कलक्टर कार्यालय के समक्ष, अल्प बचत भवन के समक्ष, चौपडा कटला, रतन बिहारी पार्क, पुरानी जेल रोड, लालगढ, रामपूरा बस्ती, नगर निगम कार्यालय के समक्ष गंगाशहर, भीनासर के कुछ क्षेत्रों सहित विभिन्न इलाकों मे बरसात का पानी इकट्ठा हो गया जिससे आपम राहगीर को इन ईलाकों से निकलने मे काफी दिक्कतों का सामना करना पडा। बरसाती पानी के कारण फड बाजार, कोटगेट, सब्जी मण्डी, बंगला नगर, गंगाशहर की कुछ गलीयों मे पसरे कीचड और गन्दगी के ढेर के कारण चलना दुर्भर हो गया। मुरलीधर व्यास नगर मे धीमी गति से चल रहे सीवरेज कार्य के कारण खुदी हुई सडकों के कारण के कारण निवासियों के भारी दिक्कत का सामना करना पडा। कॉलोनी की लगभग सभी सडके पिछले ढाई तीन महिने से खुदी पडी है और सडक के बीचोबीच सीवरेज लाइन डालने के लिए कि गई खुदाई को कच्ची मिट्टी से ही ढका जा रहा है जिसके कारण हर बारिश से ये सडके नीचे धंसी जा रही है और आज की भारी बारिश के दौरान भी वाहन इसमे फंसते नजर आये। इन क्षेत्रों की नालियों की स्थिति भी अवरूद्ध जैसी रही जिसके कारण पूरी गंदगी बीच सडक पर बहती रही और राहगीर परेशान होते रहे।
घरों - अण्डरग्राउण्ड मे घुसा पानी
आज हुई बारिश से शहर के निचले इलाकों मे घरों व मुख्य बाजारों, सडकों पर बने अण्डर ग्राऊण्ड में बरसाती पानी घुस गया। बरसाती पानी से लोगों को काफी नुकसान हुआ। देश शाम तक पानी को निकालने मे लगे लोग मशक्कत करते रहे। पुरानी गिन्नाणी, रामपूरा, भीनासर सहित विभिन्न ईलाकों में स्थित घरों मे बरसात का पानी सडकों से घरों मे घुस गया। वही केईएम रोड स्थित दुकानों मार्केट स्थित अण्डरग्राऊण्ड की दुकानों मे पानी भर गया।
शहर में काफी इन्तजार के बाद हुई झमाझम बारिश से कई मकानों, दुकानों और पुरानी इमारतों को नुकसान पहुंचा। नत्थूसर गेट के अन्दर नत्थाणियों की सराय में देवकिशन पुरोहित के मकान का एक हिस्सा गिर गया । उक्त घटना में घर का घरेलू सामान मलबे में दब गया । पुलिस कन्टोल रूम में फोन करने के बावजूद आपदा प्रबन्धन का किसी प्रकार इन्तजाम नहीं किए जाने के कारण मौहल्ले के निवासियों में भारी रोष व्याप्त है । हर्षो के चौक मे जहां एक जर्झर अवस्था मे बंद पडा मकान ढह गया वहीं लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर से सटी भांडाशाह मंदिर की दीवार का एक हिस्सा ढह गया। धरणीधर महादेव मन्दिर के पास बने तालाब से सटे एक नाले के ढहने की खबर सामने आई। लालगढ क्षेत्र मे एक मकान की दिवार गिर गई वहीं चौखूंटी क्षेत्र मे एक ट्रांसफार्मर को नूकसान पहूंचा। बारिश के कारण मकानों की छतों से पानी के रिसने, दिवारों मे दरारे आने, सीढियों व चौकियों को बारिश से क्षति पहुंची।
जिला कलक्टर ने किया निरिक्षण